गुणों की खान है ‘अमरूद’

हमारे देश में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले फलों में से एक है। अमरुद हरे रंग का होता है और खाने में मीठा होता है। अमरुद एक ऐसा फल है जो आसानी से बाजारों में उपलब्ध होता है साथ ही लोगों के घरों में इसके पेड़ भी होते हैं। अमरूद स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
इसमें विटामिन ‘सी‘ प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त विटामिन ‘ए’ तथा ‘बी’ भी पाए जाते हैं। इसमें लोहा, चूना तथा फास्फोरस अच्छी मात्रा में होते हैं।

भारत में अमरूद की प्रसिद्ध किस्में इलाहाबादी सफेदा, लाल गूदेवाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना तथा अमरूद सेब हैं।

अमरूद पोषक तत्वों से भरपूर होता हैं और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अमरूद यह आसानी से मिल जाने वाला फल है और अमरूद के गुण शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई बीमारियों से बचाव का काम करता है।

अमरूद के गुण
अमरूद में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। अमरूद और इस पेड़ के अन्य उत्पादों में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीफंगल, एंटीडायबिटिक और एंटी डायरियल गुण पाए जाते हैं। अमरूद का उपयोग गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन, मलेरिया, श्वसन संक्रमण, मुहं /दांत का संक्रमण, त्वचा संक्रमण, मधुमेह, हृदय और कुपोषण से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद साबित हो सकता है।

मधुमेह में
डायबिटीज में अमरूद के लाभ देखे जा सकते हैं। माना जाता है कि बिना छिलके वाला अमरूद ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, दूसरी ओर अमरूद के पत्ते के अर्क में भी एंटी-हाइपरग्लिसमिक (Anti-hyperglycemic) प्रभाव पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, मधुमेह के लिए डाइट में अमरूद को शामिल किया जा सकता है।

वजन कम करने के लिए
वजन घटाने के लिए फलों का सेवन जरूर करना चाहिए। जब फल की बात आए, तो अमरूद को न भूलें। एक स्वस्थ व्यक्ति में उसकी लम्बाई के अनुसार कितना वजन होना चाहिए इसका जवाब बॉडी मॉस इंडेक्स के जरिए लगाया जाता है। बॉडी मॉस इंडेक्स का अधिक होना मोटापा की ओर इशारा करता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर पब्लिश हुई एक स्टडी के अनुसार, छिलके वाले पके अमरूद से बने सप्लीमेंट से बॉडी मॉस इंडेक्स कम हो सकता है।

सही पाचन शक्ति के लिए
अमरूद पाचन तंत्र को सुधारने में मदद कर सकता है। दरअसल, इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में जिक्र मिलता है कि अमरूद और अमरूद का पाउडर डायट्री फाइबर से समृद्ध होते हैं और फाइबर की कमी कब्ज की समस्या का कारण बन सकती है। ऐसे में अमरूद के जरिए शरीर में फाइबर की पूर्ति कर कब्ज से निजात पाया जा सकता है, जो पाचन तंत्र को प्रभावित करने काम करता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ाने में सहायक –
अमरूद में मौजूद विटामिन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, अमरूद में मौजूद विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने और रोग पैदा करने वाले रोगजनकों से लड़ने में मदद कर सकता है। ऐसे में अमरूद का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

दिल के लिए फायदेमंद
अमरूद का सेवन हृदय के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें पोटेशियम की कुछ मात्रा पाई जाती है, जो रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने का काम कर सकती है, जिससे रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। वहीं, इसमें फाइबर पाया जाता है और फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल, जो दिल की बीमारी का कारण बन सकता है, उसे कम कर सकता है और कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाले हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।

आंखों के लिए के लिए फायदेमंद
आजकल छोटी उम्र से ही बच्चों की आंखें कमजोर होने लगती हैं। ज्यादा टीवी देखना, देर तक पढ़ाई करना, कम रोशनी में पढ़ना, बढ़ती उम्र और कई बार पौष्टिक आहार की कमी, इस समस्या का कारण बन जाती है। ऐसे में आहार में अमरूद को शामिल किया जा सकता है। यह जरूरी विटामिन्स जैसे विटामिन ए, सी और ई से समृद्ध होता है। साथ ही इसमें जिंक और कॉपर जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं और साथ ही बढ़ती उम्र के कारण होने वाले नेत्र रोग के जोखिम को भी कम कर सकते हैं ।

तनाव दूर करें –
मैग्नीशियम तनाव को कम कर सकता है। अध्ययन यह भी सुझाव देते हैं कि मैग्नीशियम व्यक्तियों में चिंता को दूर करने में मदद कर सकता है। ऐसे में तनाव और चिंता से मुक्त रहने के लिए अमरूद का सेवन किया जा सकता है। हालांकि, यह सीधे तौर पर कितना प्रभावकारी होगा, इस विषय में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
डब्ल्यूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) के अनुसार, उच्च रक्तचाप के कारण दिल का दौरा पड़ने, आंखों की रोशनी कम होने और मौत तक होने की आशंका होती है। उच्च रक्तचाप में अमरूद को आहार में शामिल किया जा सकता हैं। वहीं, जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि अमरूद में पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है और पोटेशियम रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का काम कर सकता है ।

थायराइड में फायदेमंद
थायराइड गले में मौजूद ग्रंथि होती है। यह ग्रंथि हार्मोन का निर्माण करती है और ये थायराइड हार्मोन बॉडी मेटाबॉलिज्म में अहम भूमिका निभाते हैं। वहीं, जब ये हॉर्मोन असंतुलित होते हैं, तो उसे थाइराइड की समस्या कहते हैं। इससे जुड़े एक शोध का मानना है कि अमरूद का सेवन थायराइड की स्थिति में सुधार कर सकता है। हालांकि, यह किस प्रकार यह लाभ पहुंचाता है, इससे जुड़े सटीक शोध का अभाव है।

सर्दी-जुकाम के में फायदेमंद
अमरूद के फायदे की लिस्ट में सर्दी-जुकाम को ठीक करना भी शामिल है। दरअसल, अमरूद में विटामिन-सी और आरयन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये पोषक तत्व फेफड़ों में रूकावट और बलगम के निर्माण को कम कर सकते हैं। साथ ही श्वसन पथ को रोगजनकों से बचाने में मदद कर सकते हैं। वहीं, इसमें मौजूद विटामिन-सी बैक्टीरिया और वायरस की वजह से होने वाली सर्दी और खांसी से आराम दिलाने में मददगार हो सकता है।

कब्ज में लाभकारी
जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि अमरूद में फाइबर की मात्रा पाई जाती है और फाइबर मल को मुलायम बनाकर कब्ज से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कब्ज जैसे समस्या से निजात पाने के लिए अमरूद का सेवन लाभकारी हो सकता।

विकास में फायदेमंद
अमरूद के गुण कई हैं। इसमें लाइकोपीन नामक तत्व पाया जाता है। शोध में जिक्र मिलता है कि लोइकोपीन से समृद्ध खाद्य-पदार्थों का सेवन न्यूरल डैजेम को कम कर सकता है और साथ ही अल्जाइमर (भूलने की बीमारी) और पार्किंसन रोग (एक प्रकार का ब्रेन डिसऑर्डर) के जोखिम को भी कम कर सकता है। इसके अलावा, लाइकोपीन ब्रेन टिश्यू की सुरक्षा में भी योगदान दे सकता है।

स्वस्थ त्वचा के लाभकारी
त्वचा में निखार लाने के अमरूद के उपयोग किए जा सकते हैं और इसमें अमरूद की पत्तियां मदद कर सकती है। दरअसल, अमरूद की पत्तियों के मेथेनॉलिक अर्क में सूरज की यूवी किरणों से होने वाले पिगमेंटेशन के खिलाफ एंटीमेलानोजेनेसिस गतिविधि देखी गयी है यानी यह मेलेनिन के उत्पादन को कम कर सकती हैं। मेलेनिन की अधिक मात्रा त्वचा को दागदार बना सकती है, जिससे अमरूद की पत्तियां बचाव कर सकती हैं।

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