मुद्दौं बिटि बिरड़ि ग्ये चुनौ

Sohan Singh Rawat

लोकसभा चुनौ क दुसर चरण कु मतदान खतम ह्वेग्ये अर गुणा-भाग सुरु ह्वेग्ये। लोकसभा क 553 सीटु बिटि अब 190 सीटु पर चुनौ पूरू ह्वेग्ये। 190 सीटु पर अर या बात समणि ऐ कि चुनौ म मतदान कु प्रतिशत पिछल चुनौ से कम ह्वे। यां कु सबसे बडु़ नुकसान मोदी की गारंटी अर अबकी बार अबकी बार 400 पार नारौ तैं बौत बडु झटका लगि। सैद यांका बाद सर्या राजनीति क रीति अर नीति हि बदलि ह्वेग्ये। ऐसु लोकसभा चुना त पैलि हि बिना मुद्दों का हूंणू छायीं पर अब पैलि चरणा बाद यु चुनौ अब एकदा दुबरा मुसलमान अर मंगलसूत्र पर ऐग्ये। यांकी शुुरूआज ह्वे राजस्थान बांसवाड़ा क एक रैली मा जख प्रधानमंत्री यु दावा कायी कि अगर कांग्रेस सत्ता मा ऐ जाली त लोगुक जैदाद तैं बांटि देली, अर तुमरू मंगलसूत्र तैं बि नी छ्वाड़ळि। यांका दगड़ि उन्न बोलि कि पैल्यक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कु बयाना जिकर कायी अर बोलि कि मनमोहन सिंह न बोलि छायीं की देसा संसाधनु पर पैलु हक मुसलमानु क हूंण चैंद। प्रधानमंत्री लोगु तैं पूछिकि क्या तुमरि मेनता कमै घुसपैठियों तैं मिलण चैंद? लोकसभा 2024 चुनौ म मुद्दा त पैलि गैब छायीं पर अब इन्न मा साफ दिख्येणु च अब मुद्दा से बिरड़ि की चुनौ क राजनीति अब हिन्दू-मुसलमान, मंगलसूत्र, घुसपैठिया जन्ना मुद्दा पर ऐग्ये। इन्न मा चुनौ खतम हूंण तक क्य हाल होलु समझे जै सकदू।

चुनौ हिन्दी भाषी तोक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश राजस्थान, हरियाणा दिल्ली अर बिहार मा हूंणिन। जख भाजपा क ताकत जादा च। साफ च की मंगलसूत्र, घुसपैठिया जन्न शब्द तोल-मोल कैकि ब्वलें ग्यींन। साल 2024 सा पैलु चरणा मतदान मा साल 2019 से 6 से 8 प्रतिशत बोट कम ह्वेग्ये। बोट डलणा क लोगु मा क्वीं मतंग नी छायीं। इन्नु लगणु च की जन भाजपा कु जादू खतम ह्वेग्ये। सैद भाजपा स्वचणि छायीं मोदी दुबरा आणा छन पर पैलि चरण मा इन्नु कखि नीं लगि। यीं कारण च भाजपा अपणु असलि रंग, असल मूल मुद्दा हिन्दू-मुसलमान पर ऐग्ये।

इन्न मा सवाल हि यो च कि जब प्रधानमंत्री 140 करोड़ लोगु बात करदा अर ब्लदन कि म्यारा 140 करोड़ देसवासियों, 140 करोड़ देसा रैवासी मेरी कुटुम्दरि च, त बौत खुसी हून्द पर जब प्रधानमंत्री चुनौ क भाषण मा हिन्दू, मुसलमाना बात करदन तब लगदु कि क्य मुसलमान देसा रैवासी नी छन? क्य ऊ प्रधानमंत्री क 140 करोड़ जनसंख्या मा नी छ? ह्वे सकदू यीं सिरफ चुनावी भाषण छन अर बोट लिंणा खूणि ब्वले जान्दन पर यांकु असर जनता पर क्य हूंद, कबि कैन यु बि सोचि। आज प्रधानमंत्री तैं अपड़ा 10 सालु काम क बारा म बतौंण चैंद, औंण वला पांच सालु मा हम क्य करला या बात बतौंण चैंद। भाजपा 10 साल बिटि सत्ता म च, इल्लै आज सवाल त भाजपा से हि पुच्छे जाला अर जवाब बि भाजपा तैं हि देंण प्वाड़ला। कांग्रेसन 70 सालु म क्य कायी आज यांकु क्वीं मतलब नीं च, कांग्रेस तैं जनतन सत्ता बिटि भैर कै याली। यांका बाद बि प्रधानमंत्रीक राजनीति इंदिरा, राजीव गांधी अर मनमोहन सिंह क इन्नैं-फुन्नैं हि रिटणि च। प्रधानमंत्री या बात भूलि ग्येन की चुनौ सत्ता पक्षा क इमत्यान च न कि विपक्षा कु।

प्रधानमंत्री कांग्रेसा घोषण पतर तैं मुस्लिम लीगा कु घोषणा पत्र बतौंणा छन पर भाजपा कु घोषणा पतर पर क्वीं बात नीं करणा छन। प्रधानमंत्री क भाषा देखिकि त इन्न लगणु च की कांग्रेस सा बुरै करणा अलाव उमा जनता तैं बतौंणा खूणि कुछ नी च।

साफ च की जनता दिकदारि, जनतै सवाल, जनतै मुद्दों कु कैथैं कतै क्वीं मतलब नीं च। राजनैतिक दल सिरफ चुनौ जितणा खूणि जनता कु ठट्टा लगौंणा छन बस। चुनौ त सदनि पांच साल बाद आला, कैकी सरकार ऐली त कैकी सरकार जैली पर देस अर देसा रैवासी सदनि राला। प्रधानमंत्री ज्वा भाषा ब्वना छन वा कतै सै नी च। या भाषा 140 करोड़ देसा रैवासियों भाषा कतै नीं च। प्रधानमंत्री क या भाषा देसा लोगु तैं ज्वड़णा कु काम कम अर झड़कौण (तोड़ने का) कु काम जादा करणि च।

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