दिल्ली में भाजपा को लगा खुद का लगाया करंट

शाहीन बाग के लोग घर में घुसकर आपकी बहू बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे।‘

‘‘आतंकवादियों को बिरयानी खिलाने के बजाय बुलेट (बंदूक की गोली) खिलानी चाहिए।‘‘

“देश के गद्दारों को ‘‘गोली मारो सालों को।”

“अरविंद केजरीवाल आतंकवादी है।”

ये संयोग नहीं ये प्रयोग है।

कमल पर जब बटन दबाना तो इतने जोर से दबाना कि करंट शाहीनबाग में लगे।

ये मामूली वाक्य नहीं हैं बल्कि दिल्ली चुनाव में सांप्रदायिक धु्रवीकरण की पुरजोर कोशिश की कुछ मिसालें हैं। कल तक 45 सीटों का वादा करने वाले मनोज तिवारी आज हंसी का पात्र बन कर रह गये।

आम आदमी पार्टी एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा दिल्ली की सत्ता पर काबिज हो गई है। वहीं भाजपा को अपना ही लगाया ‘करंट‘ जोर से लगा है। कल तक अहंकारी में डूबे भाजपा के चाणक्य करंट लगने के बाद आज हाथ बाधें खडे़ कर कह रहे है, कि “विजय से हम अहंकारी नहीं होते और पराजय से हम निराश नहीं होते”।

दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। दिल्ली की जनता ने 2020 में हर मुद्दे पर गौर करने के बाद आदमी पार्टी पर भरोसा जताया है। अरविंद केजरीवाल ने हमेशा स्थानीय मुद्दों पर जोर दिया। बात चाहे बिजली की हो या पानी की इसे ही बार-बार मुद्दा बनाया गया। दिल्ली सरकार के स्कूलों की बेहतर होती स्थिति को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

वही भाजपा के चुनाव प्रचार में शाहीन बाग ही छाया रहा। भाजपा ने इसे सांप्रदायिक रंग देकर केवल सियासी फायदा उठाने की कोशिश। उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी जी तो यहां तक कहा कि “आतंकवादियों को बिरयानी खिलाने के बजाय बुलेट (बंदूक की गोली) खिलानी चाहिए।” योगी जी को दिल्ली की जनता ने करारा जवाब दे दिया और भाजपा के सांप्रदायिक एजेण्डे को ईवीएम की गोली से हरा दिया। आज पूरी दिल्ली शाहीन बाग के साथ खड़ी है। अब सवाल अमित शाह, योगी जी से सबिंत पात्रा से पूछा जाना चाहिए वो किसके साथ खड़े है और किस-किस को गोली मारेेेेंंगे।

यहां बधाई की पात्र दिल्ली की जनता है जिसने खूब जांच परख कर अपना फैसला दिया। साथ देश की राजनीति में एक नई चर्चा छेड़ दी जिसका जिक्र अरविन्द केजरीवाल बार-बार करते रहे कि “काम किया है तो वोट दो, काम नहीं किया तो वोट मत देना।” दिल्ली वालों ने काम की राजनीति को प्राथमिकता दी है। दिल्ली की जनता ने केवल और केवल काम को तजब्बों दी और धर्म, जाति, साम्प्रदायिकता ताकतों को झाडू लगा कर साफ कर दिया। यहां दिल्ली की जनता ने मत का दान नहीं बल्कि एक बार फिर अपने मत का प्रयोग किया है। “दिल्ली की जनता ने भाजपा और अमित शाह जी को उन्हीं का छोड़ा गया करंट लगाने का काम किया है।

दिल्ली देश का दिल है और दिल्ली की जनता ने ये संदेश पूरे देश को देने का काम किया है कि केवल भारत माता की जय करना राष्ट्र भक्ति नहीं “राज्य के सेवा करना भी राष्ट्र भक्ति है।”

जय हिन्द!

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