देसा पैलि योग नीति तैं मिलिग्ये कैबिनेटा मंजूरि
उत्तराखण्ड सरकारन उत्तराखण्ड योग नीति-2005 त्यार कै याली। अर जैथैं धामी मंत्रिमण्डल मंजूरि दे याली। या नीति देसा पैलि योग नीति च। या नीति उत्तराखण्ड तैं योग अर वेलनेसा वैश्विक राजधानी बणौंण मकसद से त्यार करे ग्यायी।
यीं नीति कु मकसद योग तैं सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक अर पर्यटना रुप मा विकसित करण कु च। इतगै ना यीं नीति क जरिया 2030 तक उत्तराखण्डम कम से कम पांच योग हब बणौंणा कु लक्ष्य तय कर्यूं।
उत्तराखण्ड बौत बिगरैळु प्रदेस च यख चारधाम लोगुकु आस्था कु केन्द्र च। इल्लै सरकार योग नीति क जरिा देवभूमि तैं योगभूमि बणौंणा कोसिस करणि च। अब उत्तराखण्ड तैं योग, वैलनेस, आयुष तोकम भि अगैन बढ़यें जालु। यां से देस ही ना बल सर्या दुन्या का पर्यटन उत्तराखण्ड आला। अबि ऋषिकेश की हि योग नगरी कु रुपम सर्या देसम हाम च। यख योग आश्रम छन जैमा देस हि ना बल विदेसा लोग बि योग सिखणा खुणि औंदन।
बतै दियां बल साल 2023सम आयुष नीति लागू हंूणा बाद आयुष विभागन साल 2023सम हि योग पॉलिसी त्यार कै छायीं। आयुष विभागन योग नीति त्यार कैकि शासन तैं भेजि छायीं। जै फर शासनन तरफां बिटि कुछ सुधार करण बात बोलिकि आयुष विभाग तैं फरकै दे। जैका बाद आयुष विभागन शासना निर्देश पर देसा पैलि योग नीति त्यार कायी।
आयुष विभागन द्वी साल म योग नीति त्यार कायी। जैथैं 2025सम विधायी विभाग बिटि मंजूरि मिलणा बाद 28 मई खुणि कैबिनेट मा धरै ग्यायी। जैथैं धामी मंत्रीमण्डलन अपणि मंजूरि दे द्यायी।
उत्तराखण्ड योग नीति बणण से स्वास्थ्य संवर्धन दगड़ि उत्तराखण्डम पर्यटन तैं बढ़ावा मिललु। योग नीति निदेशालय बण्यंे जालु अर उत्तराखण्ड तैं योग अर वैलनेस राजधानी बण्यें जालु।
योग नीति जरिया योग तैं अगनै बढ़ये जालु। इस्कुळुम योग पढ़ये जालु। योग नीति से प्रदेसा 13 हजार से जादा योग मास्टर, योग अनुदेशक तैं फैदा होलु।