मुसिबता बगत कुु मूलमंत्र
बात त सै च, हलात बदलणम देर नी लगदि। सवा साल पैलि, सिलक्यारा टनलम हंूया हादसन 17 दिनु तक देस अर दुन्या क जिकुड़ि क सांस बन्द कै दे छायीं। वीं टनलम अब खुसी च। लगभग 4.5 किलोमीटर लम्बी सिलक्यारा टनल आर-पार ह्वेग्ये। अब टनला एक तरफां बिटि दुसर तरफंा निकले जै सकदू। अर यु सबि ह्वे मुख्यमंत्री धामिक समणि।
याद कारा! साल 2023सम जब सर्या देस बग्वाल मनौंणा त्यारि करणु छायीं, त तबरि 12 नबम्बर खुणि उत्तराखण्डम एक बडु हादसा ह्वे। उत्तरकाशी मा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बणण वलि सिलक्यारा सुरंगा भितर भूस्खलन ह्वेग्ये अर 60 मीटर से जादा हिस्सा भ्वां पोड़िग्ये। जै से सुरंगा भितर 41 भुरत्या फंसी ग्येन। घटना बाद पुलिस, एसडीआरएफ, बीआरओ अर आपदा प्रबन्ध विभागा टोलि तैं बचाव काममा लग्ये ग्यायी।
हादसा पाड़ म ह्वे छायीं, इल्लै सुरंगा भितर बचाव दल कु काम करणु बौत कठिण छायीं। मुख्यमंत्री धामी अर ऊंकी सर्या टीमन बचाव काम कु खाका त्यार कायी, प्रधानमंत्री दगड़ि बात कायी अर घटना की सर्या जाणकारी द्यायी। प्रधानमंत्री भरोसू द्यायी कि केन्द्र सरकार पूरि तागता दगड़ि बचाव कु काम मदत कारली अर सबि भितर फंस्यां भुरत्यौं तैं भैर निकले जालु। उन्न बोलि भुरत्यों क सुरक्षा पैलि च।
पाड़ै सुरंग बिटि भुरत्यौं तैं भैर निकलणु बचाव दल खुणि बौत बड़ी चुनौती छायीं। पाड़ै भितर कखि कटकुटु माटु त कखि मुलैम माटु तक कखि ढुंगा अर गारा जादा हूंदन। इल्लै मसीन चलौंणु बौत कठिण छायीं। बचाव अर राहत अभियान सरकार खुणि बड़ी चुनौती छायीं। पैलि सुरंग भितर फंस्यां लोगुकु कु हौसला अर ऊंतैं उमेद देंणु त दूसरी चुनौती बचाव अभियान तैं खळाखळ चलणौं कु छायीं।
प्रधानमंत्रिक ब्वल्यां पर केन्द्रीय ऐजेंसी, भारतीय सेनाक ज्वान अर देस, विदेस बिटि ऑगर जन्नि नै-नै मसीन अर जणगुरू सिलक्यारा पौंछिग्येन। पूरु तंत्र भितर फंस्यां लोगुक जान बचौंणा वास्ता लग्यूं छायीं। केन्द्रीय सड़क परिवहन अर राजमार्ग मंत्री गडकरी अर केन्द्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंहा दगड़ि पीएमओक् अधिकारी मौका पर पौंछिन अर बचाव दल अर भितर फंस्यां लोगुक तैं भरोसु दिलै कि हम सबि तुमर दगड़ि छौ।
सर्या दुन्या क टक सिलक्यारा पर लग्यी छायीं। बचाव दल तैं बौत सर्या दिक्कतु कु सामना करण पोड़ि। यांका बाद सत्तरौं दिन अभियान सफल ह्वे अर भितर फंस्यां सबि लोगु तैं भैर निकले ग्यायी। प्रधानमंत्री मोदिक् नेतृत्व अर मुख्यमंत्री धामी, सबि बचाव कु काममा लग्यां दलु , टेक्नोलॉजी अर सुरंग भितर फंस्यां लोगुक तागत अर बौखनाग द्यबतक् कृपा से अभियान सफल ह्वे।
सबि भितर फंस्यां भुरत्यौं तैं 17 दिन बात भैर निकले ग्यायी। प्रधानमंत्रिन फोन पर मुख्यमंत्री दगड़ि बात कायी अर सबि लोगुक स्वास्थ्य जांच अर सब्यौं तैं घौर तक छवड़णा कु बन्दुबस्त करणा बारम बोलि। 17 दिन तक सुरंगा भितर फंस्या भुरत्यौंक साहस अर हिकमता जगता तरिफ करै ज्यां कम च। उन्न अपणु आत्म विस्वास तैं जरा बि कम नी हूंण दे, यीं मुसिबत बग्त भैर निकलणा कु मूलमंत्र बि यु हि छायीं।