केदारनाथ उपचुनौ: जीत कु ताज बि धामी क मुण्डा हि धरे जालु

दीपक फरस्वाण

उत्तराखण्डम केदारनाथ विधानसभा कु उपचुनौ महाराष्ट्र अर झारखण्ड विधानसभा चुनौ से कतै कम नीं छायीं। यां से पैलि बदरीनाथ अर मंगलौर उपचुनौ मा भाजपक हार का बाद भाजपन केदारनाथ सीट जितणा वास्ता सर्या तागत लग्यीं छायीं, किलैकि मंगलौर अर बदरीनाथ उपचुनौं हरणक बाद भाजपा खुणि केदारनाथ उपचुनौ नाक कु सवाल बणिग्ये छायीं खास कै कि मुख्यमंत्री धामीक वास्ता।

केदारनाथ मा धामी तैं खुलि छुट क्य दिये ग्यायी कि धामिन साबित कै दे कि राजनैतिक कौशलम ऊ कै से बि कम नीं छन। चुनौ कु प्रचार अर प्रबंधन द्विया जिम्मेबरि अपणा हत्थम लेकैकि धामिन आखिर द्वी दिन मा सर्या खेल हि बदलि कै दे। केदारनाथ उपचुनौ जीतिकि धामिन कांग्रेसा दगड़ा-दगड़ि वु सब्यौं तैं चित कै द,े जु केदारनाथ उपचुनौम भाजपा क हारै उमेद करणा छायीं।

लोकसभा चुनौ म भगवान रामै अयोध्या अर बदरीनाथ विधानसभा उपचुनौ म भाजपा तैं हार मिलि। याका बाद सर्या देसा आंखा केदारनाथ विधानसभा उपचुनौ पर लग्यां छायीं। अर सर्या विपक्षी दलु तैं केदारनाथ उपचुनौम बि भाजपा की हार उमेद छायीं।
प्रधानमंत्री मोदी क बाबा केदार पर खुब बिसवास च। इल्लै ऊंका विरोधी चाण छायीं कि केदारनाथ उपचुनौ मा भाजपा तैं जीत नी मिल्या, जै से मोदी कु ठट्टा लग्यें जै सक्यां, मुख्यमंत्री बि विपक्षा निसाण मा छायीं।

मुख्यमंत्री धामी का लोगु से जुड्यां, ऊंका फैसलौंक खुब तरिफ ह्वे, अर ऊंकु मान सर्या देस मा खळाखळ बढ़दि ग्ये। धामी कु बढ़दा मान तैं झड़कौंणा (तोड़ना) वास्ता ऊंका विरोधी केदारनाथ उपचुनौ मा भाजपा तैं हरौंणा चाल चलणा छायीं। ऊतैं उमेद मा छायीं कि भाजपा केदारनाथ उपचुनौ मा हारि ज्यां, जै से मुख्यमंत्री साख पर बट्टा लग्यें ज्या, जै से मुख्यमंत्री तैं अपणि कुर्सी तैं छ्वण प्वड़यां। धामी विपक्षा सबि चाल तैं समझणा छायीं, ऊंतैं पता छायीं कि केदारनाथ उपचुनौ तैं जीतिकि केदारनाथ मा भाजपा कु झण्डा ऊंचु करण। उन्न उपचुनौ की प्रचार अर प्रबंधना पूरि त्यरि कायी। प्रचार कु जिम्मा ल्यायी, विपक्षा हर चाल की काट कायी। धामिन विपक्षा बिछाया जाल मा फंसणा त दूर, ऊंतैं जाळ फ्यकणा कु मौका तक नीं द्यायी।

केदारनाथ उपचुनौ जितण से पैलि धामी न खुब मेनत कायी। सर्या केदारधाटी कु दौरा कायी। अर इन्न्नु उन्न तब कायी जब वु झारखण्ड अर महाराष्ट्र चुनौ मा बि लग्यां छायीं। इतगै हि ना विधायक शैलारानी रावता दिवंगत हूंणा बाद उन्न केदारनाथा विकासा वास्ता 700 करोड़ रुप्यौं घोषणा ही नी कायी बल शासनादेश बि जारी कायी।
अब जब भाजपा केदारनाथ उपचुनौ मा जीतिग्ये त धामी विरोधि सबि छुप्प अर सन्न छन।

इल्लै हम ब्वना छा कि जब हार कु ठीकुरू धामी कु मुण्ड मा फ्वणा तय्यरि छायीं त, अब जीत कु ताज बि धामी क मुण्डा हि धरे जालु।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *