आतंकवादै जलड़ों तैं खतम करण कु बगत ऐग्ये
कश्मीरा पहलगाम जिला का बैसरनम घासा मैदानम आतंकियों न जु हमला कायी, यु हमला ना, बल वु नरसंहार च, जैमा 28 निदोष लोगु पर आतंकवादियोंन गोली चलै। बैसरन घाटी पहलगाम बिटि 7 किलोमीटर दूर च। एक बौत रौतेळु घास कु मैदान च, जैतैं मिनी ‘स्विट्जरलैंड’ ब्वलें जान्द। जख आतंकवादियोंन ल्वे (खून) की होलि खेलि।
आतंकियों न हिन्दू पर्यटकु तैं धर्म, नौं पुछि अर कलमा पढ़णा खुणि बोलि, जु कलमा नीं पैढ़ि साका ऊ पर गोलि चलै दे। बतै जाणु च कि 4 से 5 आतंकी छायीं। जौन 50 से 70 रौंड गोली चलैन। जैमा बेकसुर 28 लोगु मारे ग्येन।
यीं साजिसा पिछने अबि कुछ दिन पैलि पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल सैयद असीम मुनीर अहमद शाह कु बयान तैं खास बतै जाणु चं उन्न हिन्दुओं क खिलाप बयान दे छायीं। पाकिस्तान आर्मी चीफ बयान कुछ दिन बात हि पहलगाम मा आतंकी हमला ह्वे अर धर्म पूछिकि लोगु तैं गोळी मारे ग्यायी। या एक स्वचि-समझि चाल च, किलैकि पाकिस्तान भारत दगड़ि सीधा लडै़ त कबि बि जीति नीं सकदु। इन्न मा हिन्दु लोगु तैं निसाणा बणैकि कश्मीरम अलगावाद तैं ज्यूूंदू रखण चांद।
कश्मीर मा धारा 370 खतम हूंणा बाद कश्मीर देस मुख्यधारा से जूणणू छायीं। वख आतंकी घटना कम हूंणि छायीं, त लोगु यख घुमणा खुणि बौत बड़ी संख्यम औंण छायीं। कश्मीरम धारा 370, तीन तलाक कानूनन अर वक्फ संशोधन जना राजनैतिक फैसलोंन अलगाववादियों तागतौं तैं परेशान कै दे।
यीं बडु कारण छायीं कि आतंकवादी अर पाकिस्तान परेशान छायीं अर कश्मीरम दूबरा आतंकवाद आग लगौंणा साजिस करणु छायीं। उन्न त कश्मीरम हिंसा की य पैलि घटनानीं च। आतंकवादियों न या से पैलि पुलवामा जन्नि घटना बि कायी। कश्मीरम साल 2019सम धारा 370 खतम हूंण बाद या सबसे बड़ी आतंकी घटना च। यीं घटना से साफ च कि अलगावादी तागत कश्मीरम कबि विकास अर शान्ति नीं चांदन। यु हमला कश्मीर पौंछयां धुमण वलों पर नीं च।
यु हमला भारत देस पर बि च, सर्या दुन्यम भारता पछ्याण तैं खराब करणा खुणि बि च, कश्मीर तैं एकदा दुबरा अस्थिर करणा खुणि च। किलैकि पिछल कुछ सालु बिटि मट्ठु-मट्ठु कैकि वखक हताल ठीक हूंणा छायीं, लोग सुख शांति अर डैरा माहौल बिटि भैर औंणा छायीं, यु हमला वख विश्वास तैं त्वड़णा कोसिस छायीं। ऐ आतंकी हमला बाद पर्यटक कश्मीर बिटि वापिस जाण लगिग्येन। यां से कश्मीरा अर्थव्यवस्था तैं भारी नुकसान होलु। कश्मीरी दुकानदार, गाड़ि चलौंण वला, होटल, सबि यु पर्यटकु पर हि निर्भर छायीं।
आतंकियोंन धर्म पूछिकि गोलि मारि, यां से साफ च कि नफरत अर देसम विभाजना आग तैं हौरि पलचौंण कोसिस च। धर्म पूछिकि लोगु पर हमला करकै ऊ कश्मीरम अलगावाद तैं हौरि मजबूत करण चाणु छन। एक आतंकी न बोलि जाओ अर अपणि सरकार तैं बतावा, बतौंणु च कि यु हमला देस तैं चुनौती देंणा कोसिस च।
सरकारै तरफां बिटि ये हमला निंदा करै ग्यायी, सबि सुरक्षा बलु तैं चंख रैंणा आदेश बि दिये ग्येन। पर सवाल त यु खडु हूंणू च कि क्या इन्न हमलौं तैं रव्के नीं जै सकदू? आतंकवाद तैं जड़ बिटि खतम किलै नी कै सकदो? यां पर विचार हूंण चैंद अर भवेष्यम इन्न न हूंया यां का वास्ता सुरक्षा का इंतजाम हूंण चैंदन। यु हमला भारत देसा आत्मा पर च, आज सर्या देस “एक जुट, एक मुट्ठ” च। इन्नमा हमतैं एक रणनीति बणैकि पाकिस्तान अर आतंकवाद तैं सबक सिखौंण चैंद अर ऊंका जलड़ों तैं खतम करण चैंद।