त क्य कश्मीर बदलणु च ?

पहलगाम मा 26 सैनालियों पर हूंया आतंकी हमला कु विरोधम बुधबार खुणि कश्मीर बंदन एक नै सुरुवात कै। यु बंद ऐतिहासिक छायीं। ये तैं हम ऐतिहासिक इल्लै बोलि सकदौ कि अब तक सदनि अलगाववादियोंक् ब्वन पर बंद रैंण वलु कश्मीरम पैलिदा इन्नु ह्वे की वखक रैवासियों की इच्छा से बन्द ह्वे। कश्मीर बंद सफल छायीं, अर सर्या कश्मीरम छायीं। घाटिम बदलाव की बात इल्लै ब्वलें जाणि च कि वखक रैवासियों न पाकिस्तान मुर्दाबाद खुब नारा लगैन।

कश्मीर कैकु च, यीं बात पर भारत अर पाकिस्तान कु विवाद 1947 बिटि च। अर द्विया देसु वास्ता यु विवाद राजनैतिक मुद्दा च। पाकिस्ताना ब्वन पर हि अलगाववादी कश्मीरम आतंक फैलाणा रैंदन। यां से पैलि कश्मीर बंद पर वख लडै़ झगड़ा, मार पिटै बि खूब हूंदू छायीं अर वखक लोग डैरा मारे अपण घौर हि रैंदा छायीं।

पर पिछल पांच सालु मा कश्मीर पर केन्द्र सरकारन बड़ा-बड़ा फैसला लिंन। 5 अगस्त 2019 खुणि जम्मू-कश्मीर बिटि अनुच्छेद 370 तैं खतम कायी। जम्मू कश्मीरा विकास वास्ता एका बाद कै योजना लागू करिन। फरवरी 2024सम प्रधानमंत्री मोदिन कश्मीरा विकास वास्ता 32 हजार करोड़ रुप्यौं की योजनौं कु शिलान्यास अर उद्घाटन कायी। यां सि वखक लोगुकु भरोसु अर विश्वास लोकतंत्र पर बढ़िग्ये।

कश्मीर बंद अर ढंुगा चलौंणा घटना अब पूरणि ह्वेग्ये। लोकसभा चुनौ अर विधानसभा चुनौ मा खुब भाग ल्यायी। कश्मीर घाटिम आतंका घटना कम ह्वे, त कश्मीर घाटिम पर्यटक कु डैर खतम ह्वेग्ये अर कश्मीर घाटिम दुबरा पर्यटन सुरु ह्वेग्ये। धारा 370 हटण से पैलि 2018रम जै कश्मीरम कुल 786440 पर्यटक अयां छायीं वख साल 2024सम 3498702 पौंछिग्येन। श्रीनगर, गुलमर्ग, सोनमर्ग पर पहलगाम जन्नि जगों म पर्यटकों की भीड़ बढ़िग्ये। यां से इन्न ह्वेकि 2024-25सम जम्मू कश्मीरा जीडीपी 7 प्रतिशत तेजी से बढ़ण लगिग्ये। मई2023सम श्रीनगरम जी-20 पर्यटन कार्य समूह क तिसर बैठका बाद गुलमर्ग मा खेलो इंडिया, विंटर गेम्स, जम्मू मा पैलु सनबर्न संगीत महोत्सव अर श्रीनगरम एफ 4 कार शो जन्न बड़ा आयोजन उर्ये ग्येन जैसे से पर्यटन उमेद तैं पौंखुण लगिग्येन। यां से देस हि ना बल दुन्य का पर्यटकांे कु भरोसु कश्मीरम बढ़िग्ये। कश्मीरा विकास कु असर यु ह्वेकि साल 2024सम पर्यटन यखक लोगु की कमै कु साधन बणिग्ये।
पहलगाम म 22 अप्रैल खुणि ज्वा आंतकी घटना ह्वे वीं घटनन एकदा दुबरा कश्मीरा पर्यटन तैं धक्का लगिग्ये। यांका बाद बि कश्मीरम बदलाव द्यखणा खुणि मिलि जब घटना क दूसर दिन 23 अप्रैल खुणि घाटिम लोगुन घटना कु विरोधम कश्मीर बंद कु ऐलान कायी। सबसे पैलि हुर्रियत नेता अर मुताहिदा मजलिस ए उलेमा क मीरवाइज उमर फारुकन कश्मीर बंद कु ऐलान कायी। घटनक विरोधम कश्मीरा रैवासियों की नराजगी तैं देखिकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अर सबि राजनैतक दलुन बंद कु ऐलान कायी। कश्मीरम सबि सरकरि, गैरसरकरी, स्कूल बंद छायीं।
मीडिया रिपोर्ट च कि क्वीं गौ अर सैर इन्नु नी छायीं जख पाकिस्तान मुर्दाबादा नारा नी लग्यां। पिछल 25 सालुम पैलि बार ह्वे जब घाटीम आतंकवाद खिलाप सबि लोग एक जुट अर शांतिपूर्ण बंद द्यखे ग्यायी। सर्या समाजन यीं घटना की निंदा कायी।

यां से या बात साफ ह्वेग्ये कि जम्मू-कश्मीरम धारा 370 हटणा बाद खास कैकि अलगाववाद अर आतंकवाद से पीड़ित कश्मीर घाटिम अब महौल बदलिग्ये। पर अबि यु नीं ब्वले जै सकदू कि कश्मीर हलात पूरि तरौं बदलि ह्वेग्यीं। घाटिम अबि हौरि बदलाव हूंण हूंण बाकी छन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *