अवैध खनन पर रार, अमणि-समणि त्रिवेन्द्र अर सरकार
हरद्वार सांसद त्रिवेन्द्र लोकसभा म उत्तराखण्डम हूंण वलु अवैध खनन कु मुद्दा उठै कि प्रदेस सरकार तैं झंजोड़ि दे। त्रिवेन्द्रन लोकसभा मा बोलि कि उत्तराखण्डा देरादूण, हरद्वार, उधमसिंह नगर अर नैनीताल म रातिम अवैध खनन खूब हूंणू च। यु पर्यावरण, कानून बन्दुबस्त हि ना बल प्रदेस रैवासियों सुरक्षा खुणि खतरा च। उन्न बोलि प्रदेस सरकार अर केन्द्र सरकारा आदेशा बाद बि खनन माफिया रातिम ट्रकु मा अवैध खनन लिजाणा छन। जैसे से सड़क, पुळ अर हौरि सुविधौं पर असर प्वड़णु च। उन्न बोलि मि प्रदेस सरकार से विनति करदु कि इन्न ट्रकु तैं रव्कै ज्यां अर खनन माफिया खिलाप सखत कारवै करै ज्यां।
भाजपा सांसद कु लोकसभा मा खनन कु मुद्दा उठौंण पर सरकार तैं मुण्डरु ह्वेग्यायी।
यीं कारण च कि लोकसभा म खनन कु मामलु उठौंण पर सरकार न बल, खनन सचिव तैं बयान देंण पोडि अर ब्वन पोडि कि त्रिवेन्द्र न जु सदन मा बोलि कि सबि गलत, झूठ अर झमेळ च। प्रदेसम अवैध खनना बात झूठ च। खनन सचिवन आंकड़ा बतै कि बोलि कि आंकड़ा बतौंणा छन कि खनन से प्रदेसम राजस्व बढ़िग्ये। पिछल साल से 2.25 गुणा जादा राजस्व जमा ह्वे। अर यु पैलि बार ह्वेकि हमन ऐ साल लक्ष्य से जादा राजस्व जमा कायी। यु खनन खुणि बण्यां हमर नियमा कारण ह्वे।
यखम सवाल खनन सचिव पर बि च कि आखिर सरकार तरफा बिटि ऊतैं सफै देणा क्य जरुरत पोडि, सचिव कु यु ब्वनु कि ऐसु साल हमन पिछल साल से जादा अर ऐसु धर्यूं लक्ष्य से जादा राजस्व जमा कायी सच ह्वे सकदु। पर लक्ष्य से जादा राजस्व जमा कायी, यांकु यु मतबल कतै नीं ह्वे सकदु कि प्रदेसम अवैध खनन नीं हूंणू च।
खनन सचिव बात पर जब त्रिवेन्द्र से सवाल पूछिग्येन त उन्न बोलि कि अधिकारी बात पर मिथैं कुछ नी ब्वनु , ‘शेर कुत्तों कु शिकार नी करदु। त्रिवेन्द्र ब्वना छन कि सरकार राजस्व बि जमा काराली त वैध तरीका से ना कि अवैध तरीका से। उन्न्न बोलि कि खनना नियम हूंदन, माल विनसरि बिटि ब्यखुनी दा तक उठायें जाण चैंद पर यख त दिन-रात खनन कु माल उठ्यें जाणु च। अब इन्न बोलिकि त्रिवेन्द्र खनन ऐ मामला मा सरकार पर चौर्तफा हमला करणा छन अर अवैध खनन तैं लेकैकि अपणि लग्यीं आगिम घ्यूं डाळिकि आग तैं हौरि पिल्चौंणा छन।
त्रिवेन्द्र पैलि प्रदेसा मुखिया छायीं, अर अबि हरद्वार बिटि भाजपका सांसद छन। इल्लै ऊंतैं खनना नियम कानून, अवैध खनन कनकैकि अर कख बिटि हूंद सब पता च।
लोकसभा मा खनन कु मामलु उठौंण पर त्रिवेन्द्र तरिफ हूंण चैंद। हां त्रिवेन्द्रन कु अपणि हि सरकार तैं कटघरा मा खडु करणु प्रदेस सरकार तैं झुरौंण वळि जरुर च।
आज अवैध खनन प्रदेसम एक बडु मुद्दा हि ना बल यु राजनीतिक अर प्रशासनिक बहस कु मुद्दा बि बणिग्ये।
अब इन्न मा सरकार तैं त्रिवेन्द्र बात पर मनन करण चैंद अर अवैध खनन तैं रवक्णा खुणि अवैध खनन पर सरकरि स्वटिगि (बेंत/चाबुक) चलौंण काम करण चैंद।