विजय शाह जन्ना मंत्री तैं कुर्सी अर पार्टी बटि भैर चुल्ये दींण चैंद

पहलगाम आतंकी हमला बाद सर्या देस एक जुट एक मुठ ह्वेकैकि खड़ु हूंयूं च अर आतंकावाद पर सेना कु ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेना पर नाज करणु च। त कुछ लोग लड़ै तैं रवक्णा वास्ता विदेश सचिव तैं सोशल मीडिया म ट्रोल करण बैठिग्यीं इगता न बल विदेश सचिव नौनि तैं बि ट्रोल करे ग्यायी। बात यखम हि खतम नीं ह्वे या से बि अगनै चलिग्ये, जब मध्य प्रदेसा जनजातीय कल्याण मंत्री विजय शाह न मंच बिटि ऑपरेशन सिंदूरा चर्चा कायी अर कर्नल सोफिया कुरैशी तैं आतंकवादियों की बैणि बतै दे। उन्न मंच बटि बोलि कि आतंकवादियों न हमरा लोगु तैं धर्म पूछिकि मारि त हमन आतंकवादियों तैं मरण का वास्ता ऊंकी बैणि तैं हि भेजि द्यायी।

विजय शाह यीं बात बात सूणि कि सर्या देस झक्क ह्वेग्ये। बल क्य क्वीं बि अपणा देसा फौजियों खुणि इन्न बोलि सकदु। यांका बाद सर्या देस उमेद करणु छायीं कि इन्न मंत्री पर कारवै होलि, अर मंत्री तैं कुर्सी बटि हट्ये जालु, पर कुछ नीं ह्वे। ये मामलम प्रदेस हाईकोर्ट न जाणकारी ल्यायी अर चार घंटा भितर एफआईआर करणा आदेश दींन। यांका विजय शाह खिलाप एफआईआर त ह्वेग्ये पर अबि तक ऊंतै कुर्सी बिटि भ्वां मा नीं धव्लें (फेंकना) ग्यायी। विजय शाह अबि बि मंत्री छन। हाईकोर्ट आदेशा बाद एफआईआर दर्ज त ह्वेग्ये।

पर यां से पैलि जु खेल ह्वे वु ता हौरि खेल ह्वे वु बि मजदार च। हाईकार्टा आदेशा बाद जब विजय शाह पर जब 4 घण्टा भितर एफआईआर दर्ज नीं ह्वे त, कोर्ट मध्यप्रदेस डीजीपी तैं बोलि की भोळ जब कोर्ट खलुलु त तुम फर न्यायालय की अवमानना कु केस चललु। यांका बाद राति 11.00 बजि विजय शाह पर केस दर्ज हूंद। जैका बाद विजय शाह सुप्रीम कोर्ट पौंछिग्यींन। कोर्टन ऊंतै खुब झंझोड़ि द्यायी अर बोलि कि संवैधानिक पद पर बैठ्या आदिम से जिम्मेबरि से काम करणा उमेद करे जान्द। यांका बाद विजय शाह सोशल मीडियम माफी मंगण छन। सर्या देसम विजय शाह कु इस्तीफा मांग करणु च पर भाजप छुप्प बैठी च।

विजय शाह कु पुरु नौं कुवंर विजय शाह च। वु आठ बारा विधायक छन। मध्य प्रदेश खंडवा जिला की हरसूद विधानसभा मा ऊंकी राजनैतिक धाक च। यु गोंड आदिवासी क्षेत्र च। इन्न बि यु पैलि बार नीं च जब विजय शाहन कै ब्यटुला पर गलत बात बोलि। यां से पैलि उन्न साल 2013 विधानसभा चुनौम उबरिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घरवळि पर बि टिप्पणी कै छायीं। जैका बाद विजय शाह तैं इस्तीफा देंण प्वोड़ि। साल द्वि हजार अठारम उन्न शिक्षक दिवसा मौका पर बोलि कि आज अगर गुरु कु सम्मानम ताली नीं बजौंला त अगिल जन्म मा घार-घार जैकि ताली बजौंण प्वोड़लि।

सोफिया कुरैशी क्वीं नेता नीं च। सोफिया वीं भारतीय सेना की कर्नल च, जख क्वीं जाति नी हूंदि अर न क्वीं धर्म, बस देस। उन्न बि फौजि कु क्वीं धर्म नीं हूंद। फौजि अपणु घर परिवार, ब्वे-बुबा, बच्चा तैं छोड़िकि, बिना यु स्वच्यां कि भोळ क्य होलु , देस सेवा, देसा रक्षा वास्ता बॉर्डर पर जांद। वैंथै इगता बि पता नीं हूंद कि क्य मि दुबरा अपणा घार बौडि कि बि औळु, वैंथे त यु बि पता नीं रैंदि कि दुबरा अपणा ब्वे-बुबा, कुटुम्दरि से मिललु बि की ना।

आज जब सर्या देस जाति धर्म से मत्थी खडु ह्वेकैकि ‘एक जुट-एक मुट्ठ’ हूयूं छायीं। जख हमतैं सर्या दुन्या तैं दिखौंण चैंद छायीं कि भारत देसा रैवासियों वास्ता जाति धर्म से पलि देस च। इन्न मा हमर नेता जौ तैं हम माननीय ब्वलदौ, फौज मा धर्म ख्वजणा छन। हमरा बेसरम मंत्री शाह तैं कर्नल शोफिया कुरैशी तैं आंतकवादियों की बैणि ब्वनम जरा बि सरम नीं आणि च।

विजय शाह तैं सुप्रीम कोर्ट न खुब लताड़ लगै अर बौलि कि ऐ मामला म एसआईटी बणै की जांच होलि। कोर्टन बोलि कि मंत्रिन जु गुनाह कायी वु माफी लैक नीं च।

यखम सवाल मध्य प्रदेस सरकार, भाजपा पर बि छन। आखिर किलै भाजपा अर मध्य प्रदेस सरकार विजय शाह तैं बचौंणि च? देसा सबसे बड़ी अर पार्टी कु खम भ्वरण वलि पार्टी भाजपा तैं अबि तक त इन्न मंत्री तैं झट कुर्सी बटि भ्वां उतारिकि पार्टी बटि भैर चुटौंण चैंद। किलैकि अगर इन्न मंत्री तैं सजा नीं मिललि त हौरि विजय शाह पैदा ह्वे जाला। कर्नल सोफिया कुरैशी पर गलत ब्वन वला मंत्री पर कारवै बौत जरुरी।

मंत्री तैं सुप्रीम कोर्ट जु सजा देलु वा बाद बात च, या पैलि त देसा जनता तैं इन्न मंत्री तैं कुर्सी बिटि भ्वां चुटै दिंण चैंद किलैकि इन्न लोगुक जगा सिरफ अर सिरफ जेल च, यु तैं सजा मिलण बौत जरुरी च।

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