कच्ची ना, बल अब सिरफ पक्की नौकरि
जिंदगिम सबसे बड़ी खुसी नौकरि या रुजगार मिलणा की हून्द। जब बिटि उत्तराखण्म धामी सरकार बणि तब बिटि धामी ज्वानु तैं रुजगार देंणम लग्यां छन। मुख्यमंत्री धामिक 3 साल कु कार्यकालम 22000 से जादा ज्वानु तैं सरकरि नौकरि मिलि ग्यायी। अब धामी सरकारन एक हौरि बडु फैसला कायी। उत्तराखण्ड सरकारा विभागुम अब संविदा अर आउटसोर्स जरिया कैथैं बि नौकरि पर नीं धरै जालु। अब सबि पदु पर सीधा भर्ति होलि। सरकारक ऐ फैसला से द्वी फैदा छन। पैलि पढ़यां-लिखयां अर सरकरि नौकरि उमेद करणा ज्वानु क आस अब पूरि होलि, दूसर यां कि ज्वानु तैं अब कच्ची नौकरिम बाद हूंण वलि दिक्कतु तैं नीं झय्लण प्वाडलु।
उत्तराखण्ड बणणा बाद उत्तराखण्डम सरकरि विभागुम ज्वानु तैं आउटसोर्स या संविदा पर नौकरि दिये ग्यायी। खास कैकि उपनल जरिया 25000 से जादा लोगु सरकरि दप्तरु मा नौकरि करणा छन। उत्तराखण्डम सबि दप्तर उपनल कर्मचारियों का भरोसा हि चलणा छन, अर यु सबि पूरि जिम्मेबरि से अपणु काम करणा छन, यांका बाद बि ऊंतै समान काम पर समान तनखा नीं दिये जाणि च। नौकरि पक्की करणा खुणि, ऊंकी लड़ै इतगा लम्बी ह्वेग्ये, ऊंकी जूता घिस्यें ग्यींन पर नौकरि पक्की नीं ह्वे।
साल 2018रम जब हाईकोर्टन प्रदेस सरकार तैं सबि उपनल कर्मचारियों तैं पक्कु करणा कु आदेश सरकार तैं दे त उपनल कर्मचारियों क उमेद तैं फौंकुड़ा लगिग्यीं।
यांका बाद मुख्यमंत्री धामिन उपनल कर्मचारियों तैं पक्कु करणा घोषणा कै दे। अर अब यां का वास्ता नीति त्यार ह्वेग्यायी। तबरि धामी सरकारन एक हौरि बडु फैसला कायी कि सरकरि विभागु मा अब खाली प्वड़या पदु पर कच्ची नौकरि नीं दिये जाली, बल सीधा पक्की भर्ति करे जाली। आउटसोर्स अर संविदा पर नौकरि दिऐ जाण पर रोक लग्ये ग्यायी।
धामी जब बिटि मुख्यमंत्री बणिणन त उन्न सरकरि नौकरिम भर्ति तैं छाळु (पारदर्शी) बणौंणा वास्ता कै काम करिन। सबसे पैलि उन्न सखत नकल विरोधी कानून बणैकि नकल माफिया पर चोट कायी। यां से नकल माफियों की तीक टुटि ग्यायी अर पैसा देकैकि नौकरि लगौंण वला गलदार खतम ह्वेग्यीन। जै से 22000 से जादा ज्वानु तैं सरकारि नौकरि मिलि। मेनत करण वला नौन्यालु प्रतियोगिता इमत्यानम सफल हूंण बैठिग्येन। मुख्यमंत्रिन धामिन अपणा हत्थु से सफल अभ्यर्थियों तैं भर्ति की चिट्ठी द्यायी। लोगुन भर्ति की चिट्ठी बटणा पर बि खुब छ्वीं लगेन पर वु भुलिग्येन की खड़खड़ु मुख्यमंत्री हि इन्नु कै सकदु। अब मुख्यमंत्री कु जिम्मेबरि लिंणा कु यां से बडु तरीका हौरि क्य होलु।