बदरीनाथ धाम, सरस्वती कु उद्गम स्थल मा उर्यें जालु ‘पुष्कर कुंभ‘

चारधाम जातरा ऐसु साल खास हूंण वलि च। किलैकि बारह साल बाद ऐसु बदरीनाथम सरस्वती कु उद्गम स्थलम पुष्कर कुंभ उर्यें जालु। जु 15 मई बिटि सुरु होलु।

चमोली जिलम बदरीनाथ धामम माणा मा सरस्वती कु उद्गम स्थल च। जख सरस्वती एक किलोमीटर तक ब्वगद। पौराणिक मान्यता च यख वेदव्यास जी न यख महाभारत ग्रंथा रचना कै छायीं।

बदरीनाथ धामा धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियालन बतै कि दक्षिण भारती आचार्योंक् परंपरमा 12 साल बाद पुष्कर कुंभ उर्यें जांद। इन्नमा ऐसु साल 15मई बिटि सुरु होलु अर 25 मई तक चललु।

धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियान न बतै कि चारधाम जातरा 2025 वास्ता बीकेटीसी न सबि बन्दुबस्त कै याली । उन्न बोलि जातरम औंण वलों जातरियों तैं क्वीं दिक्कत नीं होलि। अर सबि जातरियों तैं असानी से दर्शन ह्वे जाला।

बदरीनाथ धाम वेदपाठी रविन्द्र भट्टन बोलि कि बदरीनाथ धामा कपाट 4 मई खुणि खुलणा छन। वखि ऐसु साल बदरीनाथ धामम पुष्कर कुंभ उर्यें जाणु च। पुष्कर कुंभ सरस्वती कु उद्गम स्थल पर उर्यें जालु। उन्न बोलि या परंपरा पुरणि च पुष्कर कुंभम दक्षिण भारता आचार्य सामिल हून्दन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *